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सरसी छंद(16/11) *गीत-मनभावन सावन* देख गगन में काले बादल, वन में नाचे मोर। मनभावन सावन है आया- मुदित प्रकृति चहुँ-ओर।। नभ से गिरतीं जल की बूँदें, गाएँ मधु ...